पन्ना लाल भल्ला म्युनिसिपल इंटर कॉलेज हरिद्वार की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा स्वच्छता ही सेवा-2025 की थीम पर ‘स्वच्छोत्सव’ कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वयं सेवियों तथा विद्यालय के समस्त शिक्षकों एवं अन्य सभी को स्वच्छता की शपथ दिलाई एवं कहा कि स्वच्छता ही सेवा है यदि मानव अपने आसपास स्वच्छता रखेगा तो उससे वहां का वातावरण शुद्ध रहेगा और आसपास बीमारियों का कम खतरा होगा। और आप निरोगी जीवन जी सकेंगें। स्वच्छता किसी व्यक्ति के स्वभाव, व्यवहार ,सोचने के तरीके और क्षमताओं में सुधार लाना जिससे उसका समग्र विकास हो सके इसमें आत्म जागरुकता, संचार कौशल प्रतिभाओं को बढ़ाना और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना शामिल है, सभी का विकास इसी में समाहित है।तथा यह एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। तभी कहते हैं कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है।
Ishwar chand reporter sahara tv