*पन्ना लाल भल्ला म्युनिसिपल इंटर कॉलेज हरिद्वार में विश्व एड्स दिवस पर किए विभिन्न कार्यक्रम*

आज पन्ना लाल भल्ला म्युनिसिपल इंटर कॉलेज हरिद्वार में विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष में एक संगोष्ठी तथा निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई।जिसमें स्वयं सेवियों द्वारा बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम अधिकारी डा मेघ राज सिंह ने स्वयं सेवियों को बताया कि विश्व एड्स दिवस, जो प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को मनाया जाता है, की स्थापना विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा 1988 में एचआईवी/एड्स महामारी पर वैश्विक ध्यान केंद्रित करने, जागरूकता बढ़ाने और एड्स से मरने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए की गई थी।यह एक लाइलाज बीमारी है और इसके लिए जीवन भर इलाज की आवश्यकता होती है। इस दिन का उद्देश्य दुनिया भर के लोगों को एचआईवी से प्रभावित लोगों की मदद के लिए एकजुट करना है। इस दिन, दुनिया भर में लोग उन लोगों को याद करते हैं जो एड्स से संबंधित बीमारियों से ग्रस्त होने के कारण मर गए हैं।
इस गंभीर बीमारी की जानकारी पर आधारित विशेष कार्यशालाएं आयोजित करना,
प्रतियोगिताएं: पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिताएं आयोजित कर रचनात्मक जागरूकता फैलाना, सामुदायिक भागीदारी और लोकगीतों आदि जैसे कार्यक्रमों का आयोजन कर जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करना चाहिए। पूर्व कार्यक्रम अधिकारी व वरिष्ठ प्रवक्ता त्रिलोक चंद जी ने स्वयं सेवियों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व एड्स दिवस वर्ष 2025 की थीम है ‘व्यवधान पर विजय, एड्स प्रत्युत्तर में सुधार’। एचआईवी/एड्स (रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 2017 जैसे ऐतिहासिक उपाय एचआईवी के साथ रहने वाले लोगों के अधिकारों की रक्षा करते हैं और भेदभाव को रोकते हैं तथा वर्ष 2024 के विश्व एड्स दिवस का नारा, ‘सही रास्ता अपनाएँ’ को बहुत ही सुन्दर ढंग से समझाया और कहा कि यह हमें याद दिलाता है कि एड्स महामारी को समाप्त करना एक प्राप्त करने योग्य लक्ष्य है। अगर हम सही दिशा में मिलकर काम करें तो इस बीमारी को समाप्त किया जा सकता है। प्रधानाचार्य कै ओ पी गौनियाल जी ने कहा कि विश्व एड्स दिवस की शुरुआत 1988 में एचआईवी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और एचआईवी से प्रभावित लोगों के सम्मान में की गई थी। जो विश्व एड्स दिवस पर नए एचआईवी संक्रमणों को रोकने और दुनिया भर में एचआईवी से पीड़ित सभी लोगों को आवश्यक सेवाएँ प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध रहने की एक महत्वपूर्ण याद दिलाता है।एड्स को “उपार्जित प्रतिरक्षा न्यूनता सिंड्रोम कहते हैं। तथा यह एक ऐसी स्थिति है जो ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिए वायरस (HIV) के कारण होती है, जिससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। और कहा कि इसका एक मात्र इलाज बचाव ही उपाय है। निबन्ध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अमन सिंह द्वितीय स्थान नैतिक योगीराज तथा तृतीय स्थान पलक ने प्राप्त किया। कार्यक्रम में कन्हैया, आर्यन, मनोज कुमार, साक्षी, शिवांगी, काजल, शोभा, स्मृति, वैशाली, नेहा, भूपेन्द्र कुमार, सुहानी, सुखविंदर अंकित चौधरी, हिमांशु अल्का तथा अभिषेक आदि स्वयं सेवियों ने प्रतिभाग किया।

ईश्वर चंद संवाददाता सहारा टीवी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »