मां सरस्वती शिक्षा एवं कल्याण समिति के द्वारा जोशीमठ आपदा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि इसके द्वारा संचालित संस्थान आईएचएम ऋषिकेश में जोशीमठ आपदा से प्रभावित बालक बालिकाओं को होटल मैनेजमेंट में निशुल्क शिक्षा प्रदान करा कर उन्हें नौकरी प्रदान कर आएगा/ कोरोना का हाल में भी इसी प्रकार का प्रयत्न कर 5 बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की गई थी /समिति के इस निर्णय को अवगत कराते हुए श्री नवनीत सिंह वाल निदेशक आईएचएम ऋषिकेश ने कहा है कि जोशीमठ आपदा ग्रस्त क्षेत्र के बारे में सरकार की चिंता को ध्यान में रखते हुए समिति द्वारा यह निर्णय लिया गया है आईएचएम ऋषिकेश जो कि 2006 से होटल मैनेजमेंट एवं टूरिज्म संबंधित पाठ्यक्रमों का संचालन कर रहा है तथा सभी विद्यार्थियों को जिन्होंने उपरोक्त पाठ्यक्रमों में आईएचएम ऋषिकेश में प्रवेश लिया है को 100% रोजगार प्रदान कराता है
गौरतलब है कि जमीन खिसकने के कारण जोशीमठ के मकानों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई थी जिससे वहां के लोगों की चिंताएं बढ़ गई थी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने हाथों में कमान संभाल कर लोगों को वहां से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा खुद देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मामले में संज्ञान लिया और केंद्र सरकार की तरफ से आर्थिक मदद भी दी गई उत्तराखंड सरकार और पूरा प्रशासन जोशीमठ आपदा प्रभावित लोगों की मदद के लिए और उन्हें हर संभव सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में लगा हुआ है मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की निगरानी में प्रशासन के साथ-साथ पुलिस एनडीआरएफ की टीमें वैज्ञानिकों की टीमें जमीन देखने की लगातार रिपोर्ट सरकार को कर रही हैं राज्य सरकार भी लगातार प्रधानमंत्री कार्यालय को रिपोर्टिंग कर रहा है जोशीमठ आपदा प्रभावित मकानों और होटलों को जिनमें दरारे आ चुकी है उन्हें गिराने का काम भी सफलतापूर्वक कर रहा है प्रशासन के सामने सबसे बड़ी जिम्मेदारी आपदा प्रभावित लोगों के मवेशियों को बचाने की और उन्हें सुरक्षित जगह पहुंचाने की इसमें प्रभावित छात्र-छात्राओं की शिक्षा बनी हुई है लेकिन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि जोशीमठ में प्रभावित हर व्यक्ति को सुरक्षित रखना और हर संभव प्रयास करना उनकी सरकार की जिम्मेदारी है
(नवनीत सिह॑वाल )
निदेशक
आई.एच.एम.ऋषिकेश
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ईश्वरचंद ब्यूरो प्रमुख