रुड़कीं के नेहरू स्टेडियम स्थित चावला ट्रेडर्स में गणेश चतुर्थी पर स्थापित की गई गणेश जी की मूर्ति को आज गंगनहर में विसर्जन किया गया वरिष्ठ समाजसेवी कमल चावला ने बताया गणेश उत्सव के बाद धूमधाम के साथ गणेश जी को अनंत चतुर्दशी के दिन जल में विसर्जित कर दिया जाता है। गणेश चतुर्थी की तरह ही गणेश विसर्जन भी बहुत धूमधाम से बनाया जाता है । उन्होंने बताया बड़ी संख्या में श्रद्धालुओ द्वारा गणेश चतुर्थी के दिन ढोल-नगाड़ों की थाप पर नाचते गाते हुए बप्पा को घर-घर स्थापित किया जाता है। दस दिनों तक उनकी पूजा-आराधना की जाती है बप्पा को तरह-तरह के भोग लगाए जाते हैं । कमल चावला ने बताया वो पिछले पांच वर्षों से गणेश चतुर्थी बड़े ही धूम धाम के साथ मनायी जाती है लेकिन इस बार कोरोना को देखते हुए पूजा आरती में कम लोग ही उपस्थित रहे ।वही चावला ट्रेडर्स की रुचि चावला ने बताया गणेश चतुर्थी पर गणेश जी की मूर्ति स्थापित की जाती है आज गंगनहर में गणेश जी की मूर्ति को विसर्जित किया गया जिसके बाद कोरोना के खात्मे के लिये प्रार्थना की गयी । इस मौके पर गणेश जी की मूर्ति विसर्जन पर पहुँचे व्यापार मण्डल अध्यक्ष अरविंद कश्यप ने बताया भगवान गणेश के जन्मदिन के उत्सव को गणेश चतुर्थी के रूप में जाना जाता है।गणेश चतुर्थी के दिन, भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजा जाता है।उन्होंने बताया यह मान्यता है कि भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष के दौरान भगवान गणेश का जन्म हुआ था। अनन्त चतुर्दशी के दिन श्रद्धालु-जन बड़े ही धूम-धाम के साथ सड़क पर जुलूस निकालते हुए भगवान गणेश की प्रतिमा को सरोवर, झील, नदी इत्यादि में विसर्जन करते हैं। इस मौके पर प्रांतीय व्यापार मंडल अध्यक्ष अरविंद कश्यप,वरिष्ठ समाजसेवी व पटाखा व्यापारी कमल चावला,रुचि चावला,प्रवीन मेहन्दिरत्ता व सोनू चावला आदि उपस्थित रहे।
ईश्वरचंद ब्यूरो प्रमुख रुड़की उत्तराखंड
