प्रेस विज्ञप्ति
दिंनाक 13 जून 2021 को मैं परिवार के साथ मसूरी गया था तथा देर सांय पैदल घूमने निकल पड़ा। तभी मैंने वहां देखा कि होटल के बाहर एक पुलिसकर्मी कथित तौर पर पर्यटकों के साथ गलत बर्ताव कर रहा है। मैंने उसका समझाने का प्रयास किया तो वह मेरे साथ र्दुव्यवहार करने लगा। मैंने उसको कहा कि हमारा प्रदेश देवभूमि उत्तराखण्ड अतिथि देवो भवः है यदि यहां पर्यटकों के साथ ऐसा व्यवहार होगा तो पर्यटक क्या सदेंश लेकर जायेगें।
मेरे बताने पर कि मैं विधायक हूं पुलिसकर्मी ने गलत टिप्पणी की तथा मेरे मास्क होने पर भी मास्क नहीं होेने की बात कह कर 500रू0 का चालान काटने की बात कही, चूंकि परिवार मेरे साथ था तो मैंने मौके पर ज्यादा न उलझते हुए, सोशल डिस्टेन्स से ही 500रूपये चालान के नाम पर दे दिये तथा परिवार समेत होटल चला गया। सोशल मिडिया पर इस पूरे प्रकरण को गलत तरीके से कांट छांट कर पेश किया जबकि End of the story दिखाई गई है, जिसमें केवल अंत दिखाया गया है पूरी वीडियो दिखाई जाए। मेरे मसूरी के मीडियाकर्मी वहां पर पहले से ही मौजूद थे, मैं मसूरी मीडिया से कंहूगा कि पूरे प्रकरण की वीडियो जोकि उनके द्वारा बनाई गई है उसको जनता के सामने पेश करें, मैनें व परिवार के सभी सदस्यों ने मास्क पहना है। यदि मैनें मास्क नहीं पहना हो तो मेरा चालान कटना जायज है।
अतः मेरा पुलिस प्रशासन से अनुरोध है कि मेरा गलत तरीके कटा हुआ चालान निरस्त किया जाए तथा मेरे 500रूपये वापिस किये जाए। किसी भी व्यक्ति का गलत चालान न कटा जाए तथा पर्यटकाें के साथ अच्छा बर्ताव किया जाए, उत्तराखण्ड पुलिस ‘मित्रता-सेवा-सुरक्षा‘ जोकि इनका ध्येय वाक्य है, उसको यथार्थ सिद्ध करें। आम जनता के साथ अच्छा व्यवहार करें। उत्तराखण्ड की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर ही आधारित है और यदि इस तरह का व्यवहार पर्यटकों के साथ होगा तो प्रदेश की छवि धूमिल होगी।
*लिहाजा, मेरा चालान जल्द से जल्द निरस्त हो तथा मेरे 500रूपये वापस हो।*
द्वारा
भूपेंद्र पाल
कार्यालय मा. विधायक
रुड़की