पन्नालाल भल्ला म्युनिसिपल इंटर कॉलेज हरिद्वार की राष्ट्रीय योजना इकाई द्वारा आज स्वच्छता ही सेवा -2025 के स्वच्छोत्सव अभियान जो कि 17 सितम्बर से शुरू होकर 2 अक्टुबर गांधी जयंती तक प्रतिदिन अलग अलग कार्यक्रम आयोजित कर किया जा रहा है के अंतर्गत विद्यालय में श्रमदान के महत्व को बताते हुए कार्यक्रम अधिकारी डा मेघ राज सिंह ने स्वयं सेवियों से कहा कि यह निस्वार्थ भाव से समाज सेवा और देश कल्याण में योगदान देता है जिससे मनुष्य का शारीरिक व मानसिक विकास होता है और सामुदायिकता की भावना बढ़ती है तथा साथ ही पर्यावरण स्वच्छता और सामाजिक विकास को बढ़ावा मिलता है। और राष्ट्र को आर्थिक व सामाजिक रूप से मजबूत बनाता है।किसी व्यक्ति,समूह या समुदाय को स्वेच्छा से सहायता प्रदान करना भी श्रमदान का ही एक हिस्सा है।यह समाज और समुदाय के विकास के लिए की जाने वाली एक सामाजिक सेवा है। जिससे समाज का समग्र विकास होता है।श्रमदान के महत्व को विस्तृत रूप से समझाते हुए वरिष्ठ प्रवक्ता त्रिलोक चंद ने कहा कि श्रमदान प्रत्येक नागरिक के मन में सरलता, विचारों की जटिलता से मुक्त होकर स्वच्छता एवं हरित पर्यावरण के महत्व का संचार करता है।श्रमदान में समाज सेवा, वृक्षारोपण और अपने आसपास के पर्यावरण की सफाई भी शामिल है। श्रमदान उन असंख्य लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है जो विकास और प्रगति के लिए प्रयासरत है।इसके द्वारा मनुष्य में निस्वार्थ भाव से समाज सेवा की भावना पनपती है और यह समुदाय को सशक्त बनाकर एक मजबूत और समावेशी समाज का निर्माण करता है। विद्यालय के प्रधानाचार्य कै ओ पी गौनियाल ने स्वयंसेवियों से कहा कि श्रमदान की गतिविधियां लोगों को स्वच्छ वातावरण में रहने के लिए प्रेरित करती है। इसलिए कहा गया है कि *परिश्रम ही सफलता की कुंजी है। उन्हें लोगों का जीवन सफल होता है वे ही लोग अक्सर अमर हो पाते हैं जो जीवन को परिश्रम की आग में तपाकर उसे सोने की भांति चमकदार बना लेते हैं*।और परिश्रमी व्यक्ति सदैव अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहता है।कार्यक्रम में स्वयंसेवी कन्हैया अवस्थी ,रितु पाल ,अंकुल कुमार, कृष, वंश कुमार, काजल, नेहा, सुगंधा, वैशाली श्रीवास्तव, लक्ष्य उपाध्याय, मनोज कुमार तथा अंकित आदि उपस्थित रहे।
ईश्वर चंद्र संवाददाता सहारा टीवी