*मदरहुड विश्वविधालय,रुड़की के कुलपति प्रो०(डॉ) नरेंद्र शर्मा द्वारा नवनिर्मित दीन दयाल गौ विज्ञान अनुसंधान एवम् प्रशिक्षण केंद्र परखम -मथुरा ,के लिए रचित पाठयक्रम का हुआ विधिवत विमोचन*

भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा ज़िले में ऐशिया और भारत वर्ष का प्रथम नवनिर्मित और सबसे बड़ा दीन दयाल गौ विज्ञान अनुसंधान एवम् प्रशिक्षण केंद्र का विधिवत लोकार्पण सरसंघसंचालक(राष्ट्रीय सेवक संघ) डॉ मोहन भागवत जी द्वारा किया गया।
जैसा की ज्ञात है कि प्राचीन काल से हमारे ग्रंथों में गाय को माता के रूप में पूज्य माना जाता है और गाय का दूध जीवनदायक होता है। हमारे ग्रंथों में वर्णन है की समुंद्र मंथन से 14 रत्नों की उत्पत्ति हुई थी । जिसमें कामधेनु गाय भी थी। इसी से हम गाय के महत्व को समझ सकते है
हमारे पूरणों में ऐसा वर्णन भी है की “गावो विश्वस्य मातर” अर्थात् गाय विश्व की माता है
इस सपने को साकार करते हुए भारत वर्ष का प्रथम दीन दयाल गौ विज्ञान अनुसंधान एवम् प्रशिक्षण केंद् का विधिवत लोकार्पण सरसंघसंचालक डॉ मोहन भागवत जी, साध्वी ऋतंभरा जी और हंस फाउंडेशन की माता जी श्रीमती मंगला जी द्वारा किया गया। जहाँ आयुर्वेद पर आधारित विश्व स्तरीय अनुसंधान और शोध किए जाएँगे।यहाँ पर लगभग 200 करोड़ की लागत से बनने वाला भारत वर्ष का प्रथम आयुर्वेद आधारित पशु चिकित्सालय और छात्रावास भी बनेगा।


इस अवसर पर मदरहुड विश्वविधालय के कुलपति प्रो०(डॉ) नरेंद्र शर्मा जी द्वारा इस नवनिर्मित दीन दयाल गौ विज्ञान अनुसंधान एवम् प्रशिक्षण केंद् के लिए और प्राकृतिक खेती हेतु पाठयक्रम तैयार किया गया। गौ के लिए प्राकृतिक खेती बहुत लाभप्रद मानी जाती है। और भारत सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए ” राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती योजना” की शुरुवात की है।
जिसका सरसंघसंचालक डॉ मोहन भागवत जी द्वारा पाठयक्रम पुस्तक का विधिवत विमोचन किया गया।
यह हमारे उत्तराखण्ड राज्य के लिए बड़े ही हर्ष का विषय है की हमारे राज्य में स्थिति मदरहुड विश्वविधालय के कुलपति प्रो०(डॉ) नरेंद्र शर्मा जी को यह अमूल्य अवसर मिला।और कुलपति जी भारत के प्रथम दीन दयाल गौ अनुसंधान एवम् प्रशिक्षण केंद् का अहम हिस्सा बनने का सुअवसर मिला।
यह निसंदेह हमारे देश के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
दीन दयाल गौ अनुसंधान एवम् प्रशिक्षण केंद् के लिए उत्तम पाठयक्रम की रचना कर मदरहुड विश्वविधालय कुलपति प्रो०(डॉ) नरेंद्र शर्मा द्वारा मदरहुड विश्वविधालय के नाम को संपूर्ण भारत वर्ष में विख्यात और विश्व पटल पर स्थापित करने का कार्य किया है। जिसका श्रेय विश्वविधालय कुलपति प्रो०(डॉ) नरेंद्र शर्मा को जाता है।

इस अवसर पर विश्वविधालय के माननीय चेयरमैन एवम् सदस्य विधान परिषद, उत्तर प्रदेश श्री धर्मेन्द्र भारद्वाज जी और माननीया चेयरपर्सन सुश्री मनिका शर्मा जी द्वारा विश्वविधालय कुलपति डॉ नरेंद्र शर्मा को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ प्रेषित की गई है।
Ishwar Chand reporter Sahara tv

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