राजस्थान सरकार ने ‘प्योर इंडिया ट्रस्ट’ का राज्य स्तरीय भामाशाह पुरस्कार 2024 से सम्मानित करने के लिए किया चयन

जयपुर, 24 अगस्त। राज्य स्तरीय भामाशाह पुरस्कार 2024 के लिए राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा प्योर इंडिया ट्रस्ट को चयनित किया गया है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्योर इंडिया ट्रस्ट को शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय कार्य करने के लिए प्रदान किया गया है।

प्योर इंडिया ट्रस्ट ने पिछले एक वर्ष में कई सरकारी स्कूलों में जिम और खेल उपकरण स्थापित करने, स्कूल भवनों का जीर्णोद्धार करने, सरस्वती मंदिर का निर्माण, बच्चों को स्कूल बैग, जूते, स्टेशनरी, यूनिफार्म, और जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति प्रदान करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।प्योर इंडिया ट्रस्ट ने सरकारी स्कूलों में छात्राओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए सैनिटरी पैड उपलब्ध करवाने, इनसिनरेटर और वेंडिंग मशीन लगवाने, छतों की वाटरप्रूफिंग, मरम्मत, रंगरोगन, ग्रैफिटी कार्य, हैंडवाश और ड्रिंकिंग वाटर स्टेशन जैसे कार्यों को भी संपादित किया है।

ये प्रयास केवल राजस्थान में ही नहीं, बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी किए जा रहे हैं।पिछले दो वर्षों में प्योर इंडिया ट्रस्ट द्वारा 30,000 से अधिक गरीब बच्चों को स्कूल पोशाक वितरित की जा चुकी हैं। प्योर इंडिया कक्षा 9 से 12वीं तक के 50,000 से ज्यादा विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण के लिए करियर मार्गदर्शन कार्यक्रम के तहत लाभ पहुंचा चुका है। इस उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें भामाशाह पुरस्कार से नवाजा गया है। प्योर इंडिया ट्रस्ट के इस समर्पण और समाज सेवा में किए गए ईमानदार प्रयासों के लिए सरकार द्वारा इस सम्मान का चयन एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

प्योर इंडिया ट्रस्ट की स्थापना मार्च 2013 में कुछ पूर्व कॉर्पोरेट पेशेवरों द्वारा भारत में बेरोजगारी को समाप्त करने के मिशन के साथ की गई थी। ट्रस्ट के प्रमुख कार्यक्षेत्रों में उद्यमिता और कौशल विकास, करियर मार्गदर्शन और छात्रवृत्ति, मॉडल गांव – स्कूल, आंगनवाड़ी, जल निकाय आदि का निर्माण शामिल है। इसके अलावा, सामाजिक क्षेत्र में क्षमता निर्माण के लिए भी ट्रस्ट कार्यरत है।

प्योर इंडिया ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशांत पाल पिछले दो दशकों से सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए अनेक नवाचार कर चुके हैं। स्कूल के बच्चों के लिए “100 करियर गाइडेंस” नामक किताब का लेखन करना, 5,000 से ज्यादा जरूरतमंद एवं हुनरमंद महिलाओं को उनके गांव में रोजगार से जोड़ना, मेडिकल एवं इंजीनियरिंग के हजारों गरीब एवं जरूरतमंद विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति दिलवाने जैसे अनेक कल्याणकारी कार्य कर रहे हैं। प्रशांत पाल का कहना है कि वे प्योर इंडिया ट्रस्ट द्वारा 2030 तक 1 लाख महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए “अपना गांव, अपना व्यवसाय” से जोड़ने एवं 5 लाख विद्यार्थियों को करियर गाइडेंस योजना का लाभ पहुंचाने की योजना पर काम कर रहे हैं।

धर्मेंद्र कुमार ईश्वर चंद्र ब्यूरो प्रमुख

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