तेल माफियाओं का गिरोह सक्रिय, पुलिस चौकी के सामने खुलेआम होती है तेल की चोरी
राजमंगल सिंह
गोंडा। नगर कोतवाली क्षेत्र के इंडियन आयल डिपो के सामने खुलेआम तेल चोरी का खेल चल रहा है। तेल माफिया अपने गुर्गों के जरिए टैंकरों से तेल चोरी करवा रहे हैं। हैरत की बात को यह है कि यह सारा खेल मिश्रौलिया पुलिस चौकी से महज चंद कदम की दूरी पर चल रहा है। बावजूद इसके पुलिस तेल चोरी करने वाले रैकेट पर अंकुश नहीं लगा पा रही है।
कोतवाली नगर क्षेत्र के मिश्रौलिया पुलिस चौकी के बगल ही इंडियन आयल का तेल डिपो है। यहां से डीजल व पेट्रोल टैंकरों के जरिए पूरे जिले समेत नेपाल तक भेजा जाता है। लेकिन इन टैंकरों से भेजा जाने वाला पूरा तेल पेट्रोल पंपों तक नहीं पहुंच पाता। इसका कारण तेल चोरी कराने वाले गिरोह के सदस्यों की सक्रियता है जो टैंकर चालकों के साथ मिलकर तेल की चोरी कराते हैं। डीजल डिपो के आसपास इन तेल माफियाओं का पूरा नेटवर्क फैला हुआ है। हर माफिया की अलग अलग टैंकर चालकों से सेटिंग है। कुछ तेल माफिया तो अपना टैंकर किराए पर चलाते हैं।
डीजल डिपो से तेल लेकर जैसे ही टैंकर चालक बाहर आता है वह अपना टैंकर डिपो की बाउंड्रीवाल से सटाकर खड़ा कर देता है। इसके बाद शुरू होती है तेल माफियाओं की सक्रियता। इधर तेल माफिया के गुर्गे जरीकैन लेकर टैंकर से तेल निकालते हैं उधर चालक तेल माफिया से बेंचे गए तेल की कीमत ले रहा होता है।
तेल चोरी का यह पूरा खेल टैंकर चालक व तेल माफिया की मिलीभगत से होता है। इस खेल मे डीजल डिपो के कर्मचारी भी शामिल होते हैं। हैरत की बात को यह है कि तेल चोरी का यह पूरा खेल मिश्रौलिया पुलिस चौकी से महज चंद कदम की दूरी पर होता है लेकिन पुलिस इन पर अंकुश लगाने मे विफल साबित हो रही है।
नालियों मे छिपाकर रखा जाता है जरीकैन
डीजल डिपो की बाउंड्रीवाल से सटाकर पानी के निकास के लिए नाली बनाई गई है। लेकिन यह नाली सूखी पड़ी हुई है। इस सूखी पड़ी नाली का उपयोग तेल माफिया जरीकैन(डिब्बा) छिपाने के लिए कर रहे हैं। तेल निकालने के जरीकैन इन्ही नालियों मे रखा रहता है और तेल भर लेने के बाद फिर से इसी नाली मे छिपा दिया जाता है। बाद मे आराम से तेल माफिया इन जरीकैनों(डिब्बों) को एक एक कर उठवा लेते हैं।
डीजल डिपो के बाहर टैंकर से तेल चोरी कर बेंचे जाने का प्रकरण संज्ञान में नहीं है। लेकिन अगर ऐसा है तो यह गंभीर प्रकरण है। इस पर डिपो के प्रबंधन से बीत की जाएगी साथ ही औचक रूप से छापेमारी कर इसकी जांच कराई जाएगी और इस कारोबार में संलिप्त लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
महेंद्र कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक, गोंडा